तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग सांगे ने गुरूवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि तिब्बत अहिंसा के मार्ग के ज़रिए चीनी ताकत से स्वतंत्र होकर रहेगा। तिब्बत की स्वतंत्रता भारत और दुनिया के हित में है। उन्होंने चीन पर आरोप लगाते हुए कहा, "चीन तिब्बत में बर्बर तरीके से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहा है।"