'एएनआई' के अनुसार, पाकिस्तानी सेना तोप व गोला-बारूदों की कमी से जूझ रही है और उसके पास 4 दिन तक युद्ध लड़ने की क्षमता है। पाकिस्तानी आयुध कारखानों को आउटडेटेड प्रोडक्शन फैसिलिटीज़ के चलते स्टॉक भरने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन संग पाकिस्तान के सौदे के चलते हथियारों की आपूर्ति में कमी आई है।