नोबेल पुरस्कार विजेता और ऐक्टिविस्ट नादिया मुराद द्वारा अपने संघर्षों की कहानी सुनाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनसे कहा, "और तुम्हें नोबेल पुरस्कार मिला... उन्होंने तुम्हें यह किस वजह से दिया?" गौरतलब है, यज़ीदी समुदाय की मुराद से आई.एस. आतंकियों ने बंधक बनाकर बार-बार बलात्कार किया था और उन्होंने परिवार के 18 सदस्यों को खो दिया था।