इसरो ने बताया है कि जुलाई में चंद्रमा की सतह के लिए प्रक्षेपित होने वाले भारत के पहले मिशन 'चंद्रयान-2' के साथ 13 भारतीय पेलोड और नासा का 'उपकरण' भी भेजा जाएगा। इसरो चेयरमैन के. सिवन ने एक अंग्रेज़ी वेबसाइट को बताया कि नासा का पेलोड मैत्रीपूर्ण संबंधों के आधार पर भेजा जाएगा और उससे कोई भुगतान नहीं वसूला जाएगा।