नॉर्वेइयन रोड फेडरेशन ने बताया है कि 2018 में देश में बिके वाहनों में से करीब एक तिहाई कारें पूरी तरह इलेक्ट्रिक थीं जो एक रिकॉर्ड है। इस दौरान इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 31.2% बढ़ी जबकि पेट्रोल-डीज़ल वाहनों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। दरअसल, नॉर्वे का लक्ष्य 2025 तक डीज़ल-पेट्रोल वाहनों की बिक्री पूरी तरह बंद करना है।