यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स के नेतृत्व वाले शोध के अनुसार, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में पहले के अनुमान से 10 गुना तेज़ी से बदलाव हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौजूदा सबसे तेज़ बदलाव एक डिग्री प्रति वर्ष तक है। पृथ्वी के बाहरी कोर में मौजूद तरल धातु के बहाव से चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता और बना रहता है।