शिवसेना ने शनिवार को 'सामना' में केंद्र सरकार पर अपने सहयोगियों, किसान संगठनों और विपक्षी दलों से परामर्श किए बिना कृषि संबंधी अध्यादेश लाने का आरोप लगाया। शिवसेना ने लिखा, "वाजपेयी और आडवाणी के समय में एनडीए के सहयोगियों के साथ सम्मान, स्नेह व विश्वास के साथ व्यवहार किया जाता था और नीतिगत फैसलों पर विचार-विमर्श हुआ करता था।"