विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पहली बार वीडियो गेम खेलने की लत को मानसिक बीमारी घोषित किया है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने ज़ोर देकर कहा कि गेमिंग पर अत्यधिक समय बिताने वाले किसी भी शख्स को मानसिक तौर पर बीमार नहीं कहा जाएगा। बतौर डब्ल्यूएचओ, कम-से-कम एक साल गेमिंग की लत के लक्षण रहने पर ही उसे मानसिक बीमारी समझा जाएगा।