अमेरिकी पत्रकार व लेखक थॉमस फ्रीडमैन ने कहा है कि भारत में अलग-अलग भाषा और धर्म का पालन करने वाले 1.3 अरब लोगों का साथ रहना बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि इस विविधता में निष्पक्ष चुनाव कराना बहुत बड़ी उपलब्धि है। बतौर फ्रीडमैन, अगर भारत के हालात सीरिया या इराक जैसे होते तो दुनिया की सूरत बिलकुल जुदा होती।