लोकल सर्किल्स के एक सर्वे के अनुसार, शहरों में 9-17 साल के बच्चों में सोशल मीडिया, ओटीटी और गेमिंग की लत बढ़ी है। 66% माता-पिता ने बच्चों में गुस्सा, धैर्य में कमी और सुस्ती बढ़ने की बात कही। 47% बच्चों का स्क्रीन टाइम 3-घंटे से ज़्यादा है। बकौल डॉक्टर्स, अधिक स्क्रीन टाइम से मानसिक और भावनात्मक समस्याएं बढ़ रही हैं।