अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक उपकरण विकसित किया है जिसकी मदद से ऊष्मीय ऊर्जा को इस्तेमाल योग्य ईंधन (जैसे बिजली) में बदला जा सकेगा। यह उपकरण कई कंपोनेंट से मिलकर बना है। इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में उपयोगी सिलिकॉन के मुकाबले तीन गुना अधिक बिजली बनाने वाला यह डायोड स्मार्टफोन से ऑटोमोबाइल तक के लिए बिजली का अतिरिक्त स्रोत प्रदान कर सकता है।