बनारस (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली 78 वर्षीय कुस्मावती ने दावा किया है कि वह पिछले 63 साल से रेत खा रही हैं और कभी डॉक्टर के पास नहीं गईं । उनका कहना है, "मुझे कभी पेट व मुंह में कोई तकलीफ नहीं हुई और मेरे दांत एकदम ठीक हैं। मैं कठोर पत्थर को भी आसानी से खा सकती हूं।"