12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी की अगुवाई में साबरमती आश्रम से दांडी गांव (गुजरात) के लिए पदयात्रा शुरू हुई थी। 24 दिन में 350 किलोमीटर चले गांधी ने दांडी पहुंचकर 'नमक कानून' तोड़ा था। ब्रिटिश राज में भारतीयों को नमक बनाने का अधिकार नहीं था, बल्कि उन्हें इंग्लैंड से आने वाले नमक के लिए अधिक पैसे देने होते थे।