रेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले दो वर्षों में ट्रेनों और स्टेशनों पर अपराध की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2014 में ट्रेनों में 13,813 अपराध हुए थे, जबकि यह संख्या 2015 में बढ़कर 17,726 हो गई। इसी तरह 2014 में रेल परिसरों में 8,085 अपराध हुए, जबकि 2015 में यह संख्या बढ़कर 9,650 हो गई।