रानी मुखर्जी के मुताबिक, अगर एक भी पत्नी यह ठान लेगी कि वह अपने पति की नाइंसाफी नहीं सहेगी तो उसी दिन से बदलाव की शुरुआत हो जाएगी। उन्होंने कहा, "...यह घर से शुरू होना चाहिए...बदलाव केवल फेमिनिज़्म के बारे में बात करने से नहीं ला सकते।" बतौर रानी, बच्चों की परवरिश में अब पिताओं की भागीदारी बढ़ रही है।