फिल्म निर्देशक साजिद खान ने नेपोटिज़्म (भाई-भतीजावाद) पर कहा है, "1950-60 में मेरे पिता एक बड़े फिल्म निर्माता थे लेकिन मेरे और फराह (साजिद की बहन) के पास खाने को नहीं था।" उन्होंने कहा कि नेपोटिज़्म से लोगों के लिए बॉलीवुड में काम पाना आसान हो सकता है लेकिन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने पर दर्शक उन्हें नकार देते हैं।