गूगल आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भारत में 'पॉलीटिकल ऐडवर्टाइज़िंग ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट' और 'पॉलीटिकल ऐड्स लाइब्रेरी' शुरू करेगी जिससे उसके प्लैटफॉर्म पर चुनावी विज्ञापन पर हुए खर्च के साथ विज्ञापनदाताओं का पता चलेगा। बतौर गूगल, चुनावी विज्ञापन चलाने के लिए विज्ञापनदाताओं को चुनाव आयोग से 'प्री-सर्टिफिकेट' लेना होगा। इस साल डिजिटल विज्ञापनों पर ₹14,281 करोड़ खर्च होने की उम्मीद है।