मैला आंचल नामक उपन्यास के लेखक और हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार फणीश्वर नाथ 'रेणु' का जन्म आज ही के दिन 4 मार्च, 1921 को बिहार के तत्कालीन पूर्णिया ज़िले में हुआ था। उन्होंने परती परिकथा, जूलूस, कितने चौराहे, दीर्घतपा, पलटू बाबू रोड जैसे उपन्यासों और मारे गए गुलफाम (तीसरी कसम), पंचलाइट और संवदिया जैसी कहानियों की भी रचना की थी।