एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 5 वर्षों में भारत में 80 लाभदायक स्टार्टअप्स अपना आईपीओ लॉन्च कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि टेक्नोलॉजी कंपनियों ने अब ग्रोथ को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में पिछले 2 वर्षों में सूचीबद्ध स्टार्टअप्स के क्रैश होने के लिए वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों को ज़िम्मेदार ठहराया गया है।