रोम के ला सैपिएंज़ा यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने WhoFi टेक्नोलॉजी विकसित की है जो वाई-फाई सिग्नल का इस्तेमाल करके शरीर के वायरलेस चैनलों में बदलाव के आधार पर लोगों की पहचान और ट्रैकिंग करती है। ट्रेडिशनल ट्रैकिंग के उलट WhoFi के लिए किसी फोन, डिवाइस या कैमरे की ज़रूरत नहीं होती। इस सिस्टम ने 95.5% तक की ऐक्यूरेसी दिखाई है।