हिंदी भाषा विशेषज्ञ सुरेश पंत ने आह्वान और आवाहन में अंतर बताया है। उन्होंने बताया, "किसी सामूहिक भागीदारी, सामाजिक परिवर्तन, आंदोलन, क्रांति आदि के लिए आह्वान का इस्तेमाल किया जाता है, इसमें ललकारने का भाव है...आवाहन में आदरपूर्वक बुलाने, आसन पर बिठाने और स्तुति आदि का भाव होता है। उदाहरण के लिए लक्ष्मी जी का आवाहन कर पूजा की गई।"