वर्तमान में पृथ्वी, चंद्रमा की स्थिति के कारण सामान्य से अधिक तेज़ी से घूम रही है जिसके कारण मानव इतिहास में 9 जुलाई 'सबसे छोटी अवधि का दिन' दर्ज हुआ। इस दिन की अवधि 1.3-1.51 मिलीसेकेंड कम रही। पृथ्वी की बढ़ी हुई घूर्णन गति के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए 2029 में 'नेगेटिव लीप सेकेंड' लाया जा सकता है।