4बेसकेयर में ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर अंजलि कुलकर्णी के मुताबिक, जीन में दोष, हॉर्मोन डिपेंडेंट कैंसर के मामले में और धूम्रपान/शराब के सेवन से कैंसर दोबारा हो सकता है। उन्होंने कहा, "डीएनए की मरम्मत में मदद करने वाले TP53, ATM, CHEK2 जैसे जीन्स में दोष हो सकते हैं।" उन्होंने कहा कि लगभग 5-10% कैंसर वंशानुगत जीन उत्परिवर्तन के कारण होते हैं।