अनिल अंबानी की स्वामित्व वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने ₹3,000 करोड़ के कथित लोन फ्रॉड मामले में अंबानी और येस बैंक की संपत्तियों पर ईडी की छापेमारी के बाद स्पष्टीकरण जारी किया है। दोनों कंपनियों ने अलग-अलग बयानों में कहा है कि इस कार्रवाई का उनके बिज़नेस ऑपरेशन्स, फाइनेंशियल परफॉरमेंस व किसी हितधारक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।