भारतीय बिलियनेयर हर्ष गोयनका ने कहा है कि वह अपने कार्यकाल में कभी न किसी पर चिल्लाए, न कभी तेज़ आवाज़ में बात की। उन्होंने कहा, "मैंने गुस्से, निराशा और हताशा के पल देखे हैं लेकिन मैंने सीखा है कि अपना आपा खोने से कुछ नहीं होता।" उन्होंने कहा, "दबाव में शांत रहना ही...मेरे लिए नेतृत्व का असली प्रतीक है।"