धरती पर 22 सितंबर को दिन और रात की अवधि बराबर होती है और इस खगोलीय घटना को 'इक्वीनोक्स' कहा जाता है। दरअसल, पृथ्वी के 23.5 डिग्री झुके होने के चलते उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में सालभर अलग-अलग मात्रा में सूर्य की रोशनी प्राप्त होती है। हालांकि, इस्वीनॉक्स के दौरान सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर सीधी पड़ती हैं।