भारतीय शेयर बाज़ार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली तेज़ हो गई है। जुलाई में अब तक उन्होंने ₹5,524 करोड़ की निकासी की है और 2025 में कुल निकासी ₹83,245 करोड़ तक पहुंच गई है। इसकी वजह अमेरिका-भारत व्यापार तनाव और कंपनियों के मिले-जुले नतीजे माने जा रहे हैं। हालांकि, कुछ निवेशकों ने ऋण बाज़ार में आंशिक निवेश भी किया है।