जनजातीय कार्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में पहला आधार कार्ड 29 सितंबर 2010 को महाराष्ट्र के नंदुरबार ज़िले के शहादा तालुका के टेम्भली गांव में रंजना सोनवणे नामक एक जनजातीय महिला को दिया गया था। रंजना खुद दिहाड़ी मज़दूरी करके घर चलाती हैं और उन्हें सरकारी योजना के तहत ₹1500 पाने के लिए कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।