ब्लूमबर्ग के अनुसार, उद्योगपति गौतम अदाणी व उनकी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर कथित $265-मिलियन की रिश्वतखोरी की जांच में उनके खिलाफ आरोपों को खारिज करने की मांग की है। अदाणी व उनके भतीजे पर भारत के सौर अनुबंधों को हासिल करने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगा था।