लखनऊ (यूपी) की चिकनकारी कढ़ाई को 2008 में ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग मिला है। इतिहासकारों के मुताबिक, चिकनकारी की कढ़ाई मुगल बादशाह जहांगीर की पत्नी नूरजहां के दौर में भारत आई। चिकनकारी का काम सफेद सूती धागे का इस्तेमाल करके सफेद सूती कपड़े पर किया जाता है। हालांकि, अब इसकी कढ़ाई रंगीन कपड़ों पर भी की जाती है।