SEBI के पास सेबी ऐक्ट के तहत किसी कंपनी या इंडिविजुअल के खिलाफ आपराधिक केस करने का अधिकार है। जेन स्ट्रीट के मामले में अगर साबित हो जाता है कि अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म ने मार्केट में मैनिपुलेशन किया तो उसके खिलाफ आपराधिक केस हो सकता है और दोष साबित होने पर उसपर ₹25 लाख तक जुर्माना लगाया जा सकता है।