NIIMS की डॉक्टर सुमोल रत्ना ने बताया है कि हाइपरटेंशन के सही इलाज के लिए बीपी का सटीक माप ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि हाई बीपी अधिकतर बिना किसी लक्षण के होता है। बीपी की सही माप न होने पर मरीज़ लंबे समय तक बेवजह दवाओं का सेवन करता है और उसे समय रहते आवश्यक इलाज नहीं मिल पाता है।