सुप्रीम कोर्ट ने छात्र को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में मद्रास हाईकोर्ट के आदेश को खारिज कर स्कूल-छात्रावास के प्रभारी को बरी करते हुए कहा है कि डांटने का मतलब किसी को आत्महत्या के लिए उकसाना नहीं होता। दरअसल, आरोपी ने छात्र (मृतक) को अन्य छात्र की शिकायत पर डांट दिया था जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली।