तमिलनाडु के मदुरै कामराज विश्वविद्यालय और इंग्लैंड के लिवरपूल जॉन मूर्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 2,500 साल पुराने दो व्यक्तियों के चेहरे को सीटी स्कैन और फॉरेंसिक तकनीक की मदद से रिक्रिएट किया है। ये चेहरे कंप्यूटर-असिस्टेड 3D तकनीक से बनाए गए हैं जिसमें खोपड़ियों की बनावट के आधार पर मांसपेशियां, आंख, नाक और होंठ जैसी रूप-रेखा उकेरी गई।