गोंदिया (महाराष्ट्र) निवासी रामदास हेमराज मारबदे नामक युवक ने इसरो में नौकरी हासिल की है। बकौल रामदास, वह 12वीं और बीए करने के बाद आर्थिक तंगी के चलते दिन में गोलगप्पे का ठेला लगाते और रात में पढ़ते थे व उनके पिता स्कूल में चपरासी थे। रामदास ने श्रीहरिकोटा के इसरो सेंटर में बतौर पंप-ऑपरेटर कम मकैनिक जॉइन किया है।