स्विटज़रलैंड के वैज्ञानिकों ने नीले-हरे शैवाल (सायनोबैक्टीरिया) वाला एक 'जीवित' पदार्थ विकसित किया है। यह फोटोसिंथेसिस के ज़रिए हवा से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को अवशोषित कर सकता है। अध्ययन के अनुसार, कुछ स्थितियों में यह CO2 को चूना पत्थर जैसे ठोस कार्बोनेट खनिज बना सकता है। शोधकर्ता मानते हैं कि यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने में काम आ सकता है।