नासा ने बताया है कि समुद्र के बढ़ते तापमान के कारण पूर्व अंटार्कटिका के ग्लेशियर्स में अनुमान से अधिक तेज़ी से बर्फ पिघल रही है जबकि इस इलाके को बर्फीले क्षेत्र का स्थिर भाग समझा जाता था। वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर इस क्षेत्र में सभी ग्लेशियर्स पिघल जाते हैं तो इसके चलते समुद्री जलस्तर 28 मीटर तक बढ़ सकता है।