ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का जन्म इतालवी परिवार में हुआ था व उनका असली नाम जॉर्ज मारियो था। उन्होंने अपनी लिखी किताबों में बताया था कि उन्हें जवानी में पड़ोस में रहने वाली एक लड़की 'अमालिया डेमॉन्टे' से प्रेम हुआ था। उन्होंने अमालिया को एक लव लेटर में लिखा था "अगर मैं तुमसे शादी नहीं कर पाया...तो पादरी बन जाऊंगा।"