नैदानिक मनोचिकित्सक ईशान्या राज के अनुसार, बच्चों में दिखने वाले बदलाव से उनकी मानसिक परेशानी/अवसाद के संकेत पता लग सकते हैं। बकौल डॉक्टर, खाने-सोने की आदतों में बदलाव, दोस्तों-परिवार से दूरी, अपनी उपेक्षा, प्रशंसा बेअसर होना, उदासी/बार-बार रोना, अकेलेपन-अवसाद के पोस्ट करना, खुदकुशी की बात करना, व्यवहार में अचानक बदलाव, ज़्यादा या बिल्कुल ना सोना, चिड़चिड़ापन/गुस्सा/आक्रामकता आदि ऐसे लक्षण हैं।