आरबीआई और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (टीआरएआई) ने बैंकों को एक यूनिक नैशनल नंबर देने का प्रस्ताव दिया है जिस पर ग्राहक बैंक से और बैंक ग्राहक से बात कर सकेंगे। फिलहाल बैंक्स ग्राहकों को जिन नंबरों से कॉल करते हैं उस पर ग्राहक कॉल-बैक नहीं कर सकते। इस फैसले का उद्देश्य बैंकिंग फ्रॉड में कमी लाना है।