महाराष्ट्र में स्कूलों में हिंदी पढ़ाने के सरकारी आदेश पर सियासत गर्म है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इसे जबरन थोपना बताया और विरोध में किताबें जलाईं। सरकार ने सफाई दी कि हिंदी अनिवार्य नहीं है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी इस कदम को भाषा विविधता पर हमला बताया। BMC चुनाव के मद्देनज़र मुद्दा गरमाया।