मुंबई के यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर तरुण रोचलानी ने कहा है कि अक्सर पुरुषों को लगता है कि प्रोस्टेट की समस्याएं केवल 60 साल की उम्र के बाद ही होती हैं और वे इनके लक्षणों का ज़िक्र नहीं करते हैं। डॉक्टर तरुण ने कहा कि पुरुष प्रोस्टेट हेल्थ पर जीवनशैली के प्रभाव को नज़रअंदाज़ करते हैं और समय पर जांच नहीं कराते।