कर्नाटक के फल विक्रेता हरकेला हजाबा ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। हरकेला ने फल बेचकर कमाए पैसों से अपने गांव में स्कूल बनवाया है। बतौर हरकेला, जब वह विदेशी पर्यटकों की भाषा नहीं समझ पाए तो वह स्कूल खोलने के लिए प्रेरित हुए।