एशियन अस्पताल (फरीदाबाद) के डॉ. प्रतीक चौधरी के मुताबिक, वॉकिंग लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज़ है जबकि रनिंग हाई-इम्पैक्ट ऐक्टिविटी है। बकौल डॉक्टर, बुज़ुर्ग, हृदय रोगी या जो लोग व्यायाम की शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए वॉकिंग सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है जबकि जो लोग फिट हैं और हड्डियां/जोड़ों की स्थिति अच्छी है, उनके लिए रनिंग ज़्यादा लाभकारी हो सकती है।