मशहूर संत प्रेमानंद महाराज ने कहा है कि उपवास में कुट्टू की पकौड़ी, साबूदाने/समा के चावल की खीर, हलवा आदि खाना व्रत नहीं है। उन्होंने कहा, "व्रत का मतलब हमेशा कुछ खाते रहना नहीं है...व्रत में पानी पी सकते हैं और खाने की ज़्यादा इच्छा होने पर कोई फल ले सकते हैं...यह स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी सही है।"