आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कहा है, "हमें अच्छे कार्यों की सराहना करनी चाहिए भले ही वे विरोधियों ने क्यों ना किए हों।" उन्होंने कहा, "गलत काम करने वालों के प्रति क्रूरता नहीं बल्कि करुणा दिखाएं।" बकौल भागवत, सच्चा धर्म वही है जो सबको सुख प्रदान करता है।