टेस्ट में समय समाप्ति पर टीमों के स्कोर बराबर होने के बावजूद बैटिंग टीम के विकेट शेष रहने पर मैच को ड्रॉ माना जाता है। स्कोर बराबरी के साथ चेज़ कर रही टीम के ऑल-आउट होने पर मैच टाई होता है। 22 दिसंबर 1996 को इंग्लैंड और ज़िम्बाब्वे के बीच बुलावायो टेस्ट स्कोर बराबर होने पर ड्रॉ घोषित हुआ था।