सोना-चांदी जैसी धातुओं पर जीएसटी आने से पहले स्टेट वैट और एक्साइज़ ड्यूटी (कुल 2.5%) लगती थी। इनकी कीमतों में एकदम उछाल आने से बचाने के लिए सरकार ने इसपर पहले जैसा जीएसटी (3%) रखा। बकौल रिपोर्ट, सोना-चांदी पर प्रॉफिट मार्जिन कम होता है और जीएसटी बढ़ाने से कंज़म्पशन कम होने के साथ-साथ ज्वेलर्स की वर्किंग कैपिटल भी बढ़ जाती।