प्रकाशन और कॉपीराइट को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष 23-अप्रैल को विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस मनाया जाता है जिसकी शुरुआत 1995 में यूनेस्को द्वारा की गई थी। इस दिन को साहित्य के उत्सव और पुस्तक पढ़ने के आनंद को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। यह पढ़ाई के ज़रिए अतीत और भविष्य को लेकर सोचने का दिन है।