26-वर्षीय शख्स के मुताबिक, वह ₹40,000/माह से ₹1.3 लाख/माह वेतन पहुंचने के बावजूद परेशान है। उसने रेडिट पर कहा, "कागज़ों में यह सुनहरे सपने जैसा लगता है...लेकिन परेशान हूं।" बकौल शख्स, वेतन का बड़ा हिस्सा उसके बीमार पिता के इलाज में जाता है और वह अपने व परिवार के खर्चों के बाद केवल ₹2,000 की एसआईपी कर पाता है।